– क़रीब छह साल पहले ग्वालियर पुलिस को मिले थे यह कैमरे, जिसे लेकर हुआ
ग्वालियर। शहर के चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान अब बाडी वार्न कैमरे लगाकर ड्यूटी करेंगे। जिससे उनकी और वाहन चालकों की बातचीत से लेकर वीडियो रिकार्डिंग तक होगी। यह कवायद ड्यूटी के दौरान होने वाले विवादों और ट्रैफिक पुलिस के जवानों पर लगने वाले आरोपों को देखते हुए की जा रही है। यह कैमरे तो करीब छह साल पहले ही ग्वालियर पुलिस को मिल गए थे, लेकिन इनका उपयोग अब होने जा रहा है। बुधवार को इस संबंध में ट्रैफिक पुलिस के जवानों को प्रशिक्षण भी दिया गया।
दरअसल शहर के चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जो जवान डयूटी करते हैं, वह जब वाहन चालकों को यातायात नियम तोड़ने पर रोकते हैं तो विवाद की स्थिति भी कई बार बन जाती है। इसके अलावा हाल ही में ट्रैफिक पुलिस पर अलग-अलग तरह के आरोप भी लगे हैं। इसी को देखते हुए एसएसपी अमित सांघी ने ट्रैफिक पुलिस के सभी जवानों को बाडी वार्न कैमरा लगाने के निर्देश दिए। इसी के चलते एएसपी ट्रैफिक मृगाखी डेका ने बुधवार को ट्रैफिक पुलिस के जवानों के लिए बाडी वार्न कैमरे के उपयोग के बारे में जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण कराया। जिसमें गोला का मंदिर यातायात थाना प्रभारी हिमांशु तिवारी, कंपू यातायात थाना प्रभारी अभिषेक सिंह रघुवंशी सहित ट्रैफिक पुलिस के अन्य जवान उपस्थित रहे। बाडी वार्न कैमरे के उपयोग से लेकर इसमें आडियो, वीडियो सुरक्षित करने और इसे दूसरी डिवाइस में ट्रांसफर करने से जुड़ी जानकारी दी गई। 35 पुलिसकर्मियों को बाडी वार्न कैमरा दिया गया। बुधवार शाम से ही इन पुलिसकर्मियों ने बाडी वार्न कैमरा लगाकर ड्यूटी की। ़चिेकिंग के दौरान होता है विवाद : खास बात ये है कि यातायात व्यवस्था बनाते समय ट्रैफिक पुलिस शहर में अभियान चलाती है। जिसमें लोगों के वाहनों की चेकिंग की जाती है। जहां लोगों की तरफ से कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते हैं। अब बाडी वार्म कैमरे लगे होने से चेकिंग संबंधी कार्रवाई की रिकार्डिंग की जा सकेगी।
सिंहस्थ में आए थे बाडी वार्न कैमरे
ग्वालियर पुलिस को बाडी वार्न कैमरे सिंहस्थ 2016 में मिले थे। यह कैमरे ट्रैफिक पुलिस को ही उपयोग करने थे, लेकिन अभी तक इनका उपयोग नहीं किया गया। अब एसएसपी सांघी ने ट्रैफिक पुलिस के सभी पुलिसकर्मियों को इसे लगाकर ही ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं।