
झारखंड में स्थित जैन समाज के तीर्थ सम्मेद शिखर जी की रक्षा के लिए पिछले दस दिनों से अन्न त्याग बैठे मुनिश्री सुज्ञेय सागर महाराज जी ने अनशन के दौरान अपनी देहत्याग दी।
क्या है पूरा मामला:
झारखंड सरकार ने तीर्थस्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने की बात है। जैन समाज इस बात से नाराज है।
वैसे सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने को लेकर झारखंड ही नहीं, बल्कि दिल्ली और जयपुर में भी लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। 72 वर्षीय सुज्ञेयसागर महाराज इसी के लिए अनशन पर थे। पुलिस ने बताया कि महाराज ने 25 दिसंबर से कुछ खाया नहीं था और मंगलवार को उनका निधन हो गया।